Menu

जीने के रंग

मुझे बेरंग कहते हो,
कभी तो मेरे रंग देख लो ।
जिंदगी जीने के,
कभी तो मेरे ढंग देख लो ॥

दूर से देखकर,
कहते हो कि पागल है ।
कभी निकट आओ मेरे,
जीने की उमंग देख लो ॥