Menu
blogid : 10014 postid : 3

एक और वादा

Core Of The Heart
Core Of The Heart
  • 24 Posts
  • 139 Comments

तू घबरा मत प्रेयसी, मैं आऊंगा
तुझे जो वादे किये हैं, वो निभाऊंगा
पर तुझसे पहले भी मेरे कुछ फ़र्ज़ हैं
मुझ पर भी किसी के दूध के क़र्ज़ हैं ||
जिसने अमृत से सींचकर मुझे बड़ा किया
अपनी ऊँगली से सहारा देकर खड़ा किया
जिंदगी के इन कठिन राहों में उसे कैसे छोड़ दूं
कैसे इस मझधार में उससे मुख मोड़ लूं ||
तू समझ कि मेरे लिए अभी यही सही है
मेरी रूह भी तड़प – तड़पकर यही कह रही है
उसके बिना हमें कहीं चैन न मिल पायेगा
उसकी ही दुआओं से हमारा घर बस जाएगा ||

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply