Core Of The Heart
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तू घबरा मत प्रेयसी, मैं आऊंगा
तुझे जो वादे किये हैं, वो निभाऊंगा
पर तुझसे पहले भी मेरे कुछ फ़र्ज़ हैं
मुझ पर भी किसी के दूध के क़र्ज़ हैं ||
जिसने अमृत से सींचकर मुझे बड़ा किया
अपनी ऊँगली से सहारा देकर खड़ा किया
जिंदगी के इन कठिन राहों में उसे कैसे छोड़ दूं
कैसे इस मझधार में उससे मुख मोड़ लूं ||
तू समझ कि मेरे लिए अभी यही सही है
मेरी रूह भी तड़प – तड़पकर यही कह रही है
उसके बिना हमें कहीं चैन न मिल पायेगा
उसकी ही दुआओं से हमारा घर बस जाएगा ||
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